पुखराज रत्न किस धातु में पहने | Pukhraj Kis Dhatu Me Pahne

पुखराज रत्न किस धातु में पहने | Pukhraj Kis Dhatu Me Pahne

पुखराज (Yellow Sapphire) रत्न को वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह का सबसे शक्तिशाली रत्न माना गया है। बृहस्पति ज्ञान, शिक्षा, धर्म, धन, संतान सुख और वैवाहिक जीवन का कारक ग्रह है। यही कारण है कि पुखराज पहनने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। लेकिन केवल पुखराज खरीद लेना ही पर्याप्त नहीं है। इसका पूरा लाभ तभी मिलता है जब इसे सही धातु में जड़वाकर धारण किया जाए।

ज्योतिष शास्त्र में पुखराज रत्न किस धातु में पहना जाए, इसका सबसे सीधा और प्रमुख उत्तर है – सोना। आइए अब विस्तार से जानते हैं कि पुखराज को किस धातु में पहनना सबसे शुभ है, इसके पीछे का वैज्ञानिक और ज्योतिषीय कारण क्या है, और यदि सोना उपलब्ध न हो तो कौन-कौन से अन्य विकल्प अपनाए जा सकते हैं।

पुखराज रत्न के लिए सबसे शुभ धातु – सोना

सोना क्यों है सर्वोत्तम

सोना स्वयं बृहस्पति ग्रह से जुड़ा हुआ है। बृहस्पति को पीले रंग का प्रतीक ग्रह माना गया है और सोने का रंग भी पीला व चमकीला होता है। जब पुखराज को सोने की अंगूठी में जड़कर पहना जाता है, तो रत्न की ऊर्जा और बृहस्पति की सकारात्मक शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।

सोने में पुखराज पहनने के लाभ

  • धन और समृद्धि: सोने में जड़ा पुखराज अचानक धन प्राप्ति और स्थायी संपत्ति के योग मजबूत करता है।
  • ज्ञान और शिक्षा: विद्यार्थियों और शोध कार्य करने वालों को तेज बुद्धि और गहरी समझ देता है।
  • करियर में उन्नति: नौकरी में प्रमोशन, व्यवसाय में विस्तार और नए अवसर प्राप्त होते हैं।
  • वैवाहिक सुख: पति-पत्नी के रिश्तों में प्रेम और सामंजस्य बनाए रखने में मदद करता है।
  • सकारात्मक सोच: सोने की ऊष्मा और पुखराज की पीली किरणें मानसिक शांति व आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं।

यही कारण है कि सोना पुखराज धारण करने की सबसे शुभ और पहली पसंदीदा धातु है।

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अन्य धातुएं जिनमें पुखराज पहना जा सकता है

यदि किसी कारणवश सोना उपलब्ध न हो या व्यक्तिगत ज्योतिषीय कारण हों, तो अनुभवी ज्योतिषाचार्य की सलाह के बाद नीचे बताई गई धातुओं में भी पुखराज जड़वाया जा सकता है।

1. पंचधातु

पंचधातु में सोना, चांदी, तांबा, जस्ता और लोहा शामिल होते हैं।

  • यह मिश्रण बृहस्पति की ऊर्जा को संतुलित करता है और पुखराज का असर बढ़ाता है।
  • इसे उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है जो सोने से एलर्जी या बजट संबंधी कारणों से सोना नहीं पहन सकते।

2. चांदी

  • चांदी चंद्रमा का धातु मानी जाती है, परंतु कई बार विशेष ग्रह योग होने पर चांदी में पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है।
  • इसका प्रभाव सोने जितना प्रबल नहीं होता, लेकिन आर्थिक तंगी वाले लोगों के लिए यह एक सुलभ विकल्प है।
  • चांदी मानसिक शांति, ठंडक और स्थिरता भी प्रदान करती है।

3. पीतल

  • सीमित बजट वाले लोग पुखराज को पीतल की अंगूठी में भी पहन सकते हैं।
  • पीतल में गर्माहट होती है जो पुखराज की ऊर्जा को सक्रिय करने में मदद करती है।
  • कई बार शुरुआती पहनावे के लिए ज्योतिषाचार्य पीतल का सुझाव देते हैं ताकि रत्न के प्रभाव का अनुभव किया जा सके।

4. अष्टधातु

  • अष्टधातु आठ अलग-अलग धातुओं का मिश्रण है।
  • यह शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और दीर्घकालिक लाभ प्रदान कर सकता है।
  • जिन लोगों की कुंडली में ग्रहों का प्रभाव जटिल हो, उनके लिए अष्टधातु एक संतुलित विकल्प माना जाता है।

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पुखराज धारण करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

1. त्वचा से संपर्क आवश्यक: अंगूठी में पुखराज इस तरह जड़ा हो कि रत्न का हिस्सा आपकी त्वचा को छू सके। तभी उसकी ऊर्जा सीधे शरीर में प्रवेश करेगी।

2. उंगली का चयन: पुरुषों को पुखराज दाहिने हाथ की तर्जनी (Index Finger) में पहनना चाहिए, जबकि महिलाएं अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी हाथ की तर्जनी में धारण कर सकती हैं।

3. ज्योतिषीय सलाह: पुखराज एक शक्तिशाली रत्न है। गलत ग्रह स्थिति में यह रत्न लाभ की बजाय हानि भी दे सकता है। इसलिए पहनने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से अपनी जन्मकुंडली अवश्य दिखाएं।

पुखराज पहनने की विधि

  • दिन: पुखराज धारण करने का सबसे शुभ दिन गुरुवार (बृहस्पतिवार) है।
  • समय: सूर्योदय के समय, प्रातः 5 से 7 बजे के बीच इसे पहनें।
  • शुद्धिकरण: रत्न को पहले गंगाजल, कच्चा दूध और शहद के मिश्रण में 15-20 मिनट तक डुबोकर शुद्ध करें।
  • मंत्र जाप: अंगूठी पहनने से पहले “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र बृहस्पति की कृपा को आकर्षित करता है।

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निष्कर्ष

यदि आप सोच रहे हैं कि पुखराज रत्न किस धातु में पहने, तो सबसे अच्छा विकल्प है सोना। सोना बृहस्पति की शक्ति को बढ़ाता है और पुखराज के शुभ फलों को कई गुना कर देता है।
सोने के बाद पंचधातु, चांदी, पीतल और अष्टधातु अच्छे विकल्प माने जाते हैं, लेकिन इनका चयन केवल ज्योतिषीय सलाह लेने के बाद ही करें।

सही धातु, सही विधि और सही समय का ध्यान रखने पर पुखराज रत्न आपको धन, शिक्षा, करियर और वैवाहिक जीवन में अद्भुत सकारात्मक परिणाम दे सकता है।

FAQs

प्र.1: पुखराज के लिए कौन सी धातु सबसे अच्छी है?

पुखराज के लिए सोना सबसे उत्तम है। यह बृहस्पति ग्रह की ऊर्जा को बढ़ाता है और रत्न के प्रभाव को कई गुना कर देता है।

प्र.2: क्या चांदी में पुखराज पहन सकते हैं?

हाँ, चांदी में पुखराज पहना जा सकता है, लेकिन इसका असर सोने जितना गहरा नहीं होता। ज्योतिषीय सलाह के बाद ही चांदी का चुनाव करें।

प्र.3: पुखराज कौन सी राशि वाले पहन सकते हैं?

मुख्यतः धनु (Sagittarius) और मीन (Pisces) राशि वाले पुखराज पहन सकते हैं। इसके अलावा मेष, कर्क, सिंह और वृश्चिक राशि के लोग भी योग्य ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेकर इसे धारण कर सकते हैं।

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