रत्न विज्ञान में हर रत्न किसी ग्रह से जुड़ा होता है और उसे सही तरीके से धारण करने पर ग्रहों की सकारात्मक ऊर्जा हमारे जीवन को प्रभावित करती है। सफेद पुखराज (White Sapphire) एक अत्यंत शुभ और प्रभावशाली रत्न है, जिसे मुख्य रूप से शुक्र ग्रह (Venus) का प्रतिनिधि माना जाता है। शुक्र ग्रह जीवन में सौंदर्य, प्रेम, कला, विवाह, ऐश्वर्य और भौतिक सुखों का कारक है। इसलिए, इसे सही उंगली और उचित धातु में पहनना आवश्यक है ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके।
सफेद पुखराज के लिए सबसे उपयुक्त उंगली
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सफेद पुखराज को धारण करने के लिए अनामिका उंगली (Ring Finger) सबसे उपयुक्त मानी जाती है। यह उंगली शुक्र ग्रह से संबंधित होती है, जिससे सफेद पुखराज की ऊर्जा सीधा जातक तक पहुँचती है और सकारात्मक परिणाम देती है।
पुरुषों के लिए
- पुरुषों को सफेद पुखराज हमेशा दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनना चाहिए।
- यह शुक्र ग्रह की ऊर्जा को सक्रिय करता है और विवाह, करियर, आकर्षण और भौतिक समृद्धि में लाभकारी सिद्ध होता है।
महिलाओं के लिए
- महिलाओं को सफेद पुखराज बाएँ हाथ की अनामिका उंगली में पहनना चाहिए।
- यह उन्हें वैवाहिक सुख, आकर्षण, कला, सौंदर्य और जीवन में स्थिरता प्रदान करता है।
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अन्य विकल्प – बृहस्पति ग्रह के प्रभाव के लिए
कुछ विशेष परिस्थितियों में, सफेद पुखराज को तर्जनी उंगली (Index Finger) में भी पहना जा सकता है। यह स्थिति तब होती है जब इसे शुक्र के बजाय बृहस्पति ग्रह के प्रभाव के लिए धारण किया जा रहा हो। तर्जनी उंगली बृहस्पति से संबंधित मानी जाती है, जो ज्ञान, सम्मान, शिक्षा और करियर प्रगति से जुड़ी है।
किस धातु में पहनें सफेद पुखराज?
सफेद पुखराज हमेशा ऐसी धातु में पहनना चाहिए जो इसकी ऊर्जा को शुद्ध रूप से धारण कर सके। ज्योतिष में इसके लिए मुख्य विकल्प ये माने गए हैं:
- चाँदी (Silver)
- प्लैटिनम (Platinum)
- सफेद सोना (White Gold)
ये तीनों धातुएँ शुक्र ग्रह से जुड़ी हुई हैं और सफेद पुखराज को अधिक प्रभावशाली बनाती हैं। पीला सोना (Yellow Gold) इसमें उतना प्रभावी नहीं माना जाता।
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सफेद पुखराज पहनने के नियम
सिर्फ सही उंगली और धातु चुनना ही काफी नहीं है, बल्कि इसे धारण करने से पहले कुछ ज्योतिषीय नियमों का पालन करना भी ज़रूरी है:
- सफेद पुखराज को शुक्रवार के दिन, शुक्ल पक्ष में धारण करना शुभ माना जाता है।
- रत्न कम से कम 5 कैरेट (या ज्योतिषी की सलाह के अनुसार) होना चाहिए और 100% प्राकृतिक, असली व लैब-सर्टिफाइड होना अनिवार्य है।
- अंगूठी या पेंडेंट पहनने से पहले इसे गंगाजल, दूध और शहद से शुद्ध करें।
- शुक्र ग्रह की कृपा पाने के लिए “ॐ शुक्राय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें और फिर इसे अनामिका उंगली में धारण करें।
क्यों ज़रूरी है ज्योतिषीय परामर्श?
हर व्यक्ति की जन्म कुंडली अलग होती है और उसी के आधार पर यह तय होता है कि कौन-सा रत्न उसे लाभ देगा। गलत उंगली या गलत धातु में सफेद पुखराज पहनने से अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते और कभी-कभी विपरीत असर भी हो सकता है। इसलिए, इसे धारण करने से पहले हमेशा किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें।
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निष्कर्ष
संक्षेप में कहा जाए तो, सफेद पुखराज धारण करने के लिए सबसे उपयुक्त उंगली पुरुषों के लिए दाहिने हाथ की अनामिका और महिलाओं के लिए बाएँ हाथ की अनामिका है। यह शुक्र ग्रह की ऊर्जा को अधिकतम रूप से सक्रिय करता है और जीवन में सौंदर्य, प्रेम और भौतिक सुखों का वरदान देता है। यदि इसे बृहस्पति ग्रह के प्रभाव के लिए पहना जा रहा हो, तो तर्जनी उंगली भी विकल्प हो सकती है। इसे हमेशा चाँदी, प्लैटिनम या सफेद सोने में जड़वाकर ही धारण करना चाहिए और धारण करने से पहले ज्योतिषीय परामर्श लेना अनिवार्य है।

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